Saravanan, Raju (2024) मंडपम सी एम एफ आर आइ के राजा और रानी की कहानी. मत्स्यगंधा अंक.12 जनवरी-जून 2023 (Matsyagandha January-June 2023), 12. pp. 26-27.
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Text
Matsyagandha_12_2023_Raju Saravanan.pdf Download (984kB) |
Abstract
केन्द्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान के मंडपम क्षेत्रीय केंद्र की विरासत 75 वर्ष में किए विभिन्न प्रकार के समुद्री जैविक अनुसंधान हैं, जिनकी शुरुआत वर्ष 1947 में हुई थी। सी एम एफ आर आइ के मंडपम क्षेत्रीय केंद्र में काम किए गए कई अग्रदूतों और अध्यक्षों ने भारतीय उपमहाद्वीप में समुद्री मात्स्यिकी से संबंधित अनसुनी परियोजनाओं में अपने रचनात्मक सोच के लिए प्रशंसा हासिल की। दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पूर्व मानसून-दोनों से प्रभावित होने के अलावा उत्तर में पाक खाड़ी और दक्षिण में मन्नार की खाड़ी के बीच स्थित मंडपम केंद्र, समुद्र तल की जैव विविधता को भी बढ़ाता है।
Item Type: | Article |
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Uncontrolled Keywords: | Matsyagandha |
Subjects: | Marine Mammals > Sea cow Marine Mammals |
Divisions: | CMFRI-Mandapam |
Depositing User: | Arun Surendran |
Date Deposited: | 14 May 2025 12:56 |
Last Modified: | 14 May 2025 12:56 |
URI: | http://eprints.cmfri.org.in/id/eprint/18619 |
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