Dash, Biswajit and Das, Madhumita and Ghosh, Shubhadeep (2020) टिकाऊ जलजीव पालन के लिए सूक्ष्मजीव जैव उर्वरक. In: भा कृ अनु प - केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान की अर्थ वार्षिक राजभाषा गृह पत्रिका Matsyagandha. ICAR-Central Marine Fisheries Research Institute, Kochi, pp. 24-25.
|
Text
Viswajith Das_Matsyagandha Vol.7-4.pdf Download (326kB) | Preview |
Abstract
मीठा पानी तालाब में मछली पालन के दौरान रासायनि क उर्वरकों की बढ़ती लागत और जलीय पारिस्थितिक तंत्रों में वि कृ तीकरण की प्रक्रिया द्वारा मिट्टी और पानी से नाइट्रजन के लगातार नुकसान के संदर्भ में जैव उर्वरक के अनुप्रयोग का काफी महत्व है। रासायनि क उर्वरकों का नि रंतर अनुप्रयोग तलछट स्वास्थ्य को प्रभावि त करता है और जैवि क खादों और जैव उर्वरक मीठे पानी के जलीय कृ षि के स्थायी अनुप्रयोग के लिए सि फारिश की जाती है। जलीय प्रणालियों म ें उत्पादन प्रक्रियाओ ं के लिए नाइट्रजन एक आवश्यक आधारभूत तत्व है। वैश्विक आधार पर, जैवि क और रासायनि क नाइट्रजन स्थिरीकरण दर क्रमशः 9.1 और 2.1 x 1010 कि .ग्रा. है और नाइट्रजन एक निष् ्रिय तत्व है और जब तक कम नहीं कि या जाता है तब तक इसका उपयोग बायोटा द्वारा नहीं कि या जा सकता है।
Item Type: | Book Section |
---|---|
Subjects: | CMFRI Departments > CMFRI-Kochi > Marine Biotechnology CMFRI > CMFRI-Kochi > Marine Biotechnology CMFRI-Kochi > Marine Biotechnology CMFRI-Kochi > Marine Biotechnology |
Divisions: | CMFRI-Visakhapatnam CMFRI-Puri FC CMFRI-Kochi > Hindi Cell Subject Area > CMFRI > CMFRI-Kochi > Hindi Cell CMFRI-Kochi > Hindi Cell Subject Area > CMFRI-Kochi > Hindi Cell |
Depositing User: | Mr. Prashanth P K |
Date Deposited: | 09 Apr 2021 09:20 |
Last Modified: | 09 Apr 2021 09:20 |
URI: | http://eprints.cmfri.org.in/id/eprint/15077 |
Actions (login required)
![]() |
View Item |