हिंदस्तानी और कर्नाटक संगीत प्रणालियाँ–कुछ फिल्मी गीतों से गुज़रते हुए मेरे अनुभव के साथ

Jayasankar, P (2020) हिंदस्तानी और कर्नाटक संगीत प्रणालियाँ–कुछ फिल्मी गीतों से गुज़रते हुए मेरे अनुभव के साथ. In: मत्स्यगंधा अंक 6: भा कृ अनु प - केंद्रीय समुद्री मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान की अर्थ वार्षिक राजभाषा गृह पत्रिका. ICAR-Central Marine Fisheries Research Institute, ICAR-Central Marine Fisheries Research Institute, Kochi, pp. 24-28.

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Official URL: http://eprints.cmfri.org.in/14752/
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    Abstract

    ‘’जीवन में हमारे साथ होन े वाली सबसे अच्छी चीजें आश्चर्य और सुंदरता का संयोजन है।‘’ लुडवि ग वॉन बीथोवन (1770-1827) (जर्मन संगीतकार) दिश ि दिश ि जनन म् यदृछया हृदयरंजकम् गानम् च वदनम् नृत्यम् तद देशित्यभि ध्यते (संगीत, जि से अलग-अलग समय और स्थान ों के विश ेषज्ञों द्वारा आम जनता की सामान्य आवश्यकताओ ं को पूरा करने के लिए धुनों के साथ तैयार कि या गया था, जि ससे उन्हें मानसि क शांति और संतोष मि ल सके, इसे देशी संगीत कहा जाता है) (मातंगमुनि, 7वीं सदी; अपनी बृहद्देश ी रचना में)।

    Item Type: Book Section
    Divisions: CMFRI-Kochi > Hindi Cell
    Subject Area > CMFRI > CMFRI-Kochi > Hindi Cell
    CMFRI-Kochi > Hindi Cell
    Subject Area > CMFRI-Kochi > Hindi Cell
    Depositing User: Mr. Prashanth P K
    Date Deposited: 08 Apr 2021 07:11
    Last Modified: 25 Oct 2023 11:40
    URI: http://eprints.cmfri.org.in/id/eprint/15062

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